



सीएम योगी के निर्देश के बाद रायबरेली में अवैध प्लाटिंग करने वालो के खिलाफ आज पहली कार्रवाई हुई है। सत्ताईस हज़ार वर्ग मीटर की अवैध प्लाटिंग पर रायबरेली विकास प्राधिकरण ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोज़र चला दिया है।
ज़मीन की कीमत तीन करोड़ के लगभग बताई गई है। शहर भर में अभी ग्यारह अन्य ऐसी प्लाटिंग हैं जिनपर बुलडोज़र चलेगा। हम बता दें कि रायबरेली में ज़मीन के कारोबारी बिना रेरा और विकास प्राधिकरण के अप्रूवल लिए हुए धडल्ले से प्लाटिंग कर ग्राहकों को ऊँचे दाम पर जमीन बेंच कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। अनियमित रूप से हो रही इन प्लाटिंग के चलते वहाँ मकान बनाकर रहने वालों को सीवर व जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है जिससे जिला प्रशासन के सामने असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। इसी को देखते हुए रायबरेली विकास प्राधिकरण ने शहर भर के ऐसे प्लाट डेवलपर को नोटिस देने के साथ ही अखबार में छपवाया था।
डेवेलपर द्वारा जवाब न मिलने पर आज सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा की अगुवाई में शक्तिनगर की 27000 वर्गमीटर में बनी प्लाटिंग को ज़मीदोज़ कर दिया। इस प्लाट की कीमत तीन करोड़ रुपये बताई जा रही है। दरअसल प्लाट डेवलपर कॉलोनी तो देते हैं लेकिन न तो उसमें पार्क की जगह छोड़ते हैं और न ही सीवर लाइन की व्यवस्था होती है। रुपये की लालच में सड़कें भी पतली छोड़ी जाती हैं जिससे वहाँ रहने वालों के साथ साथ पूरे शहर में समस्या उत्पन्न होती है।
शशांक सिंह राठौर की रिपोर्ट