



साइबर अपराधियों ने भाजपा के मीडिया प्रभारी की पत्नी के खाते से उड़ाए पांच हजार
रायबरेली – यूपी सरकार के राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की बहू से ऑनलाइन ठगी के बाद अब बीजेपी के जिला मीडिया प्रभारी की पत्नी से साइबर अपराधियों ने पांच हजार की ठगी की है। बीजेपी जिला मीडिया प्रभारी विजय बाजपेयी की पत्नी भावना बाजपेई के खाते से साइबर अपराधियों ने पांच हजार रुपये उड़ा दिए। विजय बाजपेई जब कोतवाली में इस बाबत रिपोर्ट दर्ज कराने गए तो कोतवाली में तैनात एसएसआई संजय कुमार सिंह ने तहरीर लेने से मना कर दिया।
विजय बाजपेई ने आरोप लगाया कि एसएसआई संजय कुमार सिंह ने प्रार्थना पत्र वही पर फेक दिया और उनकी पत्नी की शैक्षिक योग्यता पर ही सवाल खड़े कर दिए। इसके अलावा विजय बाजपेई का आरोप है कि उन्होंने विजय बाजपेई से अभद्रता भी की। विजय बाजपेई ने कोतवाली गेट पर एसएसआई संजय कुमार सिंह के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए तथा उनको संस्पेंड करने की मांग की है।
बीते एक हफ्ते में ये दूसरा मामला है जब बीजेपी नेता के परिजनों से ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। लेकिन दोनों मामलो में पुलिस का दोहरा चरित्र सामने आया है। पहले मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी जबकि दूसरे मामले में पुलिस ने तहरीर लेने से ही मना कर दिया।
यूपी सरकार के मंत्री की बहू से हुई ठगी मामले में पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले यूपी सरकार में राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह की बहु अस्मिता सिंह से साइबर अपराधियों ने तीस हजार रुपये ठग लिए थे।मामला राज्यमंत्री से जुड़ा होने के कारण सदर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी थी लेकिन दूसरे मामले में जब बीजेपी के मीडिया प्रभारी विजय बाजपेई की पत्नी से पांच हजार ठगे गए तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया।
सदर कोतवाली में तैनात संजय कुमार सिंह ने न केवल प्रार्थना पत्र लेने से मना किया बल्कि आरोप है कि उन्होंने प्रार्थना पत्र विजय बाजपेई के मुंह पर फेंक दिया और विजय बाजपेई की पत्नी भावना बाजपेई की शैक्षिक योग्यता पर ही सवाल खड़े कर दिए। सवाल यह है कि जब पुलिस पार्टी के पदाधिकारियों के साथ इस तरीके का रवैया अपना रही है तो आम जनता के साथ पुलिस का व्यवहार कैसा होगा यह सोचने वाली बात है।
शशांक सिंह की रिपोर्ट